रूपरेखा
मध्य प्रदेश जलवायु परिस्थितियों, मिट्टी और विविध फसल के पैटर्न के साथ अलग संपन्न है. इसलिए इसकी भूमि क्षेत्र 11 कृषि जलवायु क्षेत्रों में विभाजित किया गया है. महत्वपूर्ण और कृषि के क्षेत्र में प्रगति और विकास के सांसद में जगह ले ली है दशकों के पिछले कुछ में खाद्यान्न उत्पादन अधिक है तो दोगुनी हो गई है. खाद्यान्न उत्पादन में यह केवल उत्तर प्रदेश के बगल में और पंजाब. यह भारत में कुल खाद्यान्न उत्पादन का 7.7% योगदान देता है. मध्य प्रदेश कुल नाड़ी और भारत में तेल के बीज उत्पादन की 25% 24 योगदान और देश में पहले स्थान पर है. सहायता के लिए और राज्य में इसके सदस्य विपणन और अन्य विपणन समाज को मजबूत बनाने.छह हजार से अधिक नंबर के लिए अपने कृषि उत्पादों के उत्पादन को बढ़ावा देने के समाज के सदस्य के माध्यम से किसानों को कृषि निवेश उपलब्ध कराने के हैं विनियमित मण्डियों में किसानों से कृषि उपज की खरीद. के रूप में राज्य सरकार के निर्देशों के प्रति कल्याण गतिविधियों को ले जाने गोदाम के निर्माण के लिए राज्य में भंडारण सुविधाओं को बढ़ाने के.
योजनाएं / नीतियाँ
- आईसोपाम योजना
- सघन कपास विकास योजना
- सघन गन्ना विकास योजना
- एकीकृत अनाज विकास कार्यक्रम (मोटा अनाज एवम चावल)
- अन्नपुर्णा योजना
- समन्वित पोषक तत्व प्रबंधन एवं उर्वरकों का संतुलित व समन्वित उपयोग कार्यक्रम (आई. एन. एम. )
- बलराम ताल योजना
- भू-जल संवर्धन योजना
- राष्ट्रीय बायोगेस योजना
- राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना : राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना अन्तर्गत रबी 2010-11 की अधिसूचना
- नदी घाटी/बाढ उन्मुख नदी योजना
- नलकूप खनन योजना
- राष्ट्रीय जलग्रहण क्षेत्र विकास कार्यक्रम
- सूरजधारा योजना
- मध्यप्रदेष कृषि में महिलाओं की भागीदारी (मापवा) योजना : दिशानिर्देश, स्व सहायता समूह - दिशानिर्देश
- आत्मा योजना : पुनरीक्षित दिशानिर्देष , फार्म स्कूल - पुनरीक्षित दिशानिर्देष
- बैलगाड़ी योजना
- बीज ग्राम योजना
- अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति प्रशिक्षण योजना
- राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन
- राष्ट्रीय कृषि विकास योजना : मार्गदर्शी निर्देश , रिपोर्टिंग प्रपत्र का प्रारूप , संशोधन