मत्स्य पालन विभाग
रूपरेखा
मत्स्योद्योग विभाग प्रदेश में मत्स्य विकास और संरक्षण के लिए उत्तरदायी है, जिस हेतु विभाग, उपलब्ध संसाधनों के माध्यम से सतत् प्रयासरत है । प्रदेश में 3.56 लाख हेक्टयर जलक्षेत्र जलाशय, पोखर और तालाब के रूप में उपलब्ध है, जिसमें 2.94 लाख हेक्टयर जलक्षेत्र जलाशय का तथा 0.62 लाख हेक्टयर जलक्षेत्र ग्रामीण तालाब एवं पोखर का सम्मिलित है, इसमें से 3.49 लाख हेक्टयर जलक्षेत्र मछली पालन अन्तर्गत लाया जा चुका है, जिसमें 2.92 लाख हेक्टयर जलाशय का तथा 0.576 लाख हेक्टयर ग्रामीण तालाबों एवं पोखरों का है। उपरोक्त जलक्षेत्र में 1.72 लाख हेक्टेयर के 12 जलाशय मध्यप्रदेश मत्स्य महासंघ तथा 0.134 लाख हेक्टेयर के 45 जलाशय विभागाधीन एवं 1000 हेक्टेयर औसत जलक्षेत्र तक के 0.91 लाख हेक्टेयर औसत जलक्षेत्र के 2,640 सिंचाई जलाशय पंचायत राज संस्थाओं को मध्यप्रदेश शासन, मछली पालन विभाग, मंत्रालय भोपाल के आदेश क्रमांक 1548/2008/36 दिनांक 08.10.2008 से हस्तांतरित किये गये है ।
योजनाएं / नीतियाँ
  1. मत्स्य पालन एक्सटेंशन
  2. मत्स्याबीज उत्पादन
  3. मत्स्य पालन की सिंचाई जलाशयों में विकास
  4. शिक्षा, प्रशिक्षण - मछुआरों का प्रशिक्षण
  5. शिक्षा, प्रशिक्षण - मछुआरों, अध्ययन दौरे
  6. मछुआरा सहकारी समितियों
  7. मछलीघर और रिसर्च
  8. मचुअरा क्रडिट कार्ड योजना
  9. राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई)
  10. मत्स्यकीय और जलीय कृषि अंतर्देशीय का विकास व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना
  11. मत्स्याजिवों
  12. मॉडल मछुआरों ग्राम विकास योजना
  13. बचत - सह - राहत योजना

इस विभाग के अंतर्गत संस्थान और संगठन