चिकित्सा शिक्षा विभाग
रूपरेखा

मध्य प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा का प्रारंभ १८७८ में के.ई.एच. मेडिकल स्कूल, इंदौर की स्थापना से हुआ था। वर्तमान युग में आधुनिक तकनीक अपनाई जाकर चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रगति हो रही हैं । मध्य प्रदेश में भी चिकित्सा शिक्षा के प्रति विशेष ध्यान देने की आवश्यकता हैं। वर्तमान में चिकित्सा महाविद्यालयों को स्वशासी संस्था का दर्जा दिया जाकर स्वशासी समिति द्वारा आधुनिकीकरण के अंतर्गत आधुनिक तकनीक अपनाई जाकर जन सामान्य को उपलब्ध कराई जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं का उन्नयन किया गया हैं। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को दो भागों में विभाजित करते हुये चिकित्सा शिक्षा विभाग के नाम से एक नये विभाग का गठन किया गया तथा संचालनालय चिकित्सा शिक्षा को विभागाध्यक्ष के रूप में चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रशासकीय नियंत्रण में रखा गया।


सेवाएं
  1. ऐलोपेथी चिकित्सा, दंत, परिचर्या एवं सह चिकित्सीय पठन-पाठन व प्रशिक्षण
  2. ऐलोपेथी चिकित्सा महाविद्यालय स्तर की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा
  3. मनोरोग विषय में पठन-पाठन प्रशिक्षण तथा चिकित्सा सेवा।
  4. शासकीय कर्मचारियों एवं उनके परिवारिक सदस्यों को राज्य के बाहर चिकित्सा से संबंधित विषय।
  5. स्वशासी तथा निजी चिकित्सा एवं दंत महाविद्यालयों में प्रवेश संबंधी विषय।
  6. निजी संस्थाओं को केंसर उपचार एवं नियंत्रण हेतु दिये जाने वाले अनुदान ।
  7. निजी क्षेत्र में चिकित्सा, दंत चिकित्सा, नर्सिग महाविद्यालय, नर्सिग स्कूल एवं पेरा मेडिकल संस्थाऐं प्रारम्भ करने तथा मान्यता प्रदान करने संबंधी विषय।
  8. संचालनालय स्तर पर अधिनस्थ संस्थाओं से संबंधित ऐसे विषय जिनका संबंध विभागाध्यक्ष कार्यालय से हो का निराकरण करना जैसे- नियुक्ति, पदस्थापना, स्थानांतरण, वेतन, अवकाश, निवृत्ति, पदोन्नति, सामान्य भविष्य निधि, प्रतिनियुक्ति, दण्ड, अभ्यावेदन, सेवा निवृत्ति पश्चात्‌ अवकाश नगदीकरण।

योजनाएं
  1. स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालयों एवं दंत चिकित्सा महाविद्यालयों के रिक्त प्रथम , द्वितीय तृतीय श्रेणी के पदों को भरना
  2. राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत चिकित्सा महाविद्यालयों का उन्नयन।
  3. सायकेट्री विषय में स्नातकोत्तर पाठ्‌यक्रम प्रारम्भ करना।
  4. भारत सरकार के सहयोग से इन्दौर में पोस्ट ग्रेजुऐंट संस्थान की स्थापना एवं अस्पताल प्रबंधक विषय प्रारम्भ करना।
  5. भारत सरकार के सहयोग से भोपाल में आल इंडिया इस्टीट्‌यूट की स्थापना।
  6. भारत सरकार से प्राप्त राशि से केंसर चिकित्सालय इंदौर/जबलपुर का उन्नयन।
  7. चिकित्सा महाविद्यालयों में छात्र व छात्राओं के लिये छात्रावास निर्माण

इस विभाग के अंतर्गत संस्थान और संगठन